Zara O Janewale
सी रामचंद्र
ओ जाने वाले
अरे ज़रा वो जाने वाले
रुख से आँचल को हटा देना
ज़रा वो जाने वाले
रुख से आँचल को हटा देना
मुझे अपनी जवानी की कसम
सूरत दिखा देना
भई वाह वाह वाह वाह वाह
अगर पूछे वो कासिद
तुझसे मेरी खाना बर्बादी
हथेली पर ज़रा सी, खाक लेना और उड़ा देना
हथेली पर ज़रा सी, खाक लेना और उड़ा देना
ज़रा वो जाने वाले
रुख़ से आँचल को हटा देना
भई वाह वाह वाह आज तो एक दम वाह वाह हो गया
आ शराबे हुस्न के आगे
वे पानी फिर भी पानी हैं
ना भरना जाम साकी
आँखों आँखों से पीला देना
ना भरना जाम साकी
आँखों आँखों से पीला देना
ज़रा वो जाने वाले
रुख़ से आँचल को हटा देना
भई वाह वाह वाह वाह वाह
अरे तुम्हारा क्या गया
समझ में ना आया की मुझे चढ़ गयी हैं
अरे दिल पर हमारे गिर पड़ी बिजली
दिल पर हमारे गिर पड़ी बिजली
उसी अंदाज़ से ज़ालिम
ज़रा फिर मुस्कुरा देना
उसी अंदाज़ से ज़ालिम
ज़रा फिर मुस्कुरा देना
ज़रा वो जाने वाले
रुख़ से आँचल को हटा देना
भई वाह वाह वाह वाह वाह
Written by: C Ramchandra, Noor LucknowiLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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