Jane Woh Kaise Log The
विवेक सिंह
इसको ही जीना कहते हैं तो
यूँही जी लेंगे
इसको ही जीना कहते हैं तो
यूँही जी लेंगे
उफ़ न करेंगे लब सी लेंगे
आँसू पी लेंगे
ग़म से अब घबराना कैसा, ग़म सौ बार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
खुशियों की मंज़िल ढूँढी तो
ग़म की गर्द मिली
खुशियों की मंज़िल ढूँढी तो
ग़म की गर्द मिली
चाहत के नग़मे चाहे तो
आँहें सर्द मिली
दिल के बोझ को दूना कर गया जो ग़मखार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी
काँटों का हार मिला
जाने वो कैसे लोग थे जिनके
प्यार को प्यार मिला
Written by: S D Burman, SACHIN DEV BURMAN, SAHIR LUDHIANVILyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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