Jidhar Jee Men Aaya Udhar Hum
सुमन कल्याणपुर, उषा मंगेशकर
जिधर जी में आया उधर हम चले
जिधर जी में आया उधर हम चले
हमें दुनिया से क्या वो मरे या जले
वो मरे या जले
हमें दुनिया से क्या वो मरे या जले
वो मरे या जले
जिनकी किस्मत मे ऐश लिखा है
ऐश करते है और जीते है
जिनकी किस्मत मे ऐश लिखा है
ऐश करते है और जीते है
आह भरना है जिनकी किस्मत मे
आह भरते है अश्क़ पीते है
ज़िंदगी क्या है एक हंगामा
एक हंगामा रोज हो जाए
तो कहे बाहर क्या जीना
ज़िंदगी बाहर हो जाए
जिधर जी में आया
जिधर जी में आया उधर हम चले
हमें दुनिया से क्या वो मरे या जले
वो मरे या जले
हमें दुनिया से क्या वो मरे या जले
वो मरे या जले
आदमी को मिली है क्यू आँखें
देख ले जिस कदर नज़ारे है
आदमी को मिली है क्यू आँखें
देख ले जिस कदर नज़ारे है
हो तेरा हे खून तेरे हे और तेरे ही चाँद तारे हैं
ज़िंदगी नाम बहारो का
हम बहारो का रस निचोड़ेंगे
ज़िंदगी एक बार मिलती है
एक अरमान भी ना छोड़ेगे
जिधर जी में आया
जिधर जी में आया
उधर हम चले
हमें दुनिया से
क्या वो मरे या जले
वो मरे या जले
हमें दुनिया से
क्या वो मरे या जले
वो मरे या जले
ज़िंदगी तेरी एक हलचल है
रस्म है साज़ है तराना है
ज़िंदगी तेरी एक हलचल है
रस्म है साज़ है तराना है
एक जगा पर पैयाँ क्या करना
हर चमन तेरा आसियाना है
एक पल गिरना सीखने मे बीते
मुस्कुराता गीत गाता जा
और दुनिया जो राह मे आए
एक ठोकर उसे लगता जा
जिधर जी में आया
जिधर जी में आया
उधर हम चले
हमें दुनिया से क्या
वो मरे या जले
वो मरे या जले
हमें दुनिया से क्या
वो मरे या जले
वो मरे या जले
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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