Husn Walo Ko Naa Dil Do
तालात महमूद
हुस्न वालों को न दिल दो ये मिटा देते हैं ए ए ए ए ए
हुस्न वालों को न दिल दो ये मिटा देते हैं
ज़िंदगी भर ज़िंदगी भर के लिये रोग लगा देते हैं
ज़िंदगी हाय ज़िंदगी भर के लिये रोग लगा देते हैं
खूब करते हैं ये बीमार-ए-मुहब्बत का इलाज
खूब करते हैं ये बीमार-ए-मुहब्बत का इलाज
दर्द बढ़ता ही रहे
दर्द बढ़ता ही रहे ऐसी दवा देते हैं
ज़िंदगी हाय ज़िंदगी भर के लिये रोग लगा देते हैं
हाय कुछ इन की मुहब्बत का भरोसा ही नहीं ई ई ई
हाय कुछ इन की मुहब्बत का भरोसा ही नहीं
पहले दिल लेते हैं
पहले दिल लेते हैं फिर दिल को भुला देते हैं
ज़िंदगी हाय ज़िंदगी भर के लिये रोग लगा देते हैं
दिल लगाये न ज़माने में हसीनों से कोई
दिल लगाये न ज़माने में हसीनों से कोई
लोग कहते हैं
लोग कहते हैं कि ये दिल को दगा देते हैं
ज़िंदगी हाय ज़िंदगी भर के लिये रोग लगा देते हैं
Written by: Naushad, Shakeel BadayuniLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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