Thumak Chalat Ramchandra
रविंद्र जैन
ठुमक चलत चलत ठुमक
ठुमक चलत रामचंद्रा
बाजत पैंज़ानियाँ
ठुमक चलत रामचंद्रा
छोटी छोटी बैया
तरत धरा पे
उठत चलत गिर जावे राम जी
दुध कटोरा उठाए के मटके
दुध कटोरा उठाए के मटके
काग़ा को पीला ने जावे राम जी
काग़ा को पीला ने जावे राम जी
पकड़ पिता की बैया बैया बैया
ठुमक चलत रामचंद्रा
बाजत पैंज़ानियाँ
ठुमक चलत रामचंद्रा
चाँदी के हाथी सोने के घोड़े
भरे हैं खिलोनो से घर के कोने
चाँद खिलोना माँगे रघुवर
चाँद खिलोना माँगे रघुवर
भाए नही कोई और खिलोने
थाली में पानी भर चंदा उतारे
थाली में पानी भर चंदा उतारे
छप छप खेलत राम सलोने
छप छप छप छप
नज़र उतारते तीनो रानिया
तीनो रानिय तीनो रानिया
ठुमक चलत रामचंद्रा
बाजत पैंज़ानियाँ
ठुमक चलत रामचंद्रा
खेले कूदे बाल सखा संग
दशरथ पुकारे आवे नाही
धूल समित ना लिपटे पिता से
धूल समित ना लिपटे पिता से
दशरथ मगन हटावे नाही
दशरथ मगन हटावे नाही
मन मुस्काये तीनो रानिया
तीनो रानिया तीनो रानिया
ठुमक चलत रामचंद्रा
बाजत पैंज़ानियाँ
ठुमक चलत रामचंद्रा
बाजत पैंज़ानियाँ
ठुमक चलत रामचंद्रा
Written by: K. G. Markose, M. G. SreekumarLyrics © Divo TV Private Limited, Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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