Aa Bhi Ja

लकी अली, Sunidhi Chauhan

आ भी जा आ भी जा ऐ सुबह आ भी जा आ भी जा ऐ सुबह आ भी जा रात को कर विदा दिलरुबा आ भी जा आ भी जा आ भी जा ऐ सुबह आ भी जा आ भी जा आ भी जा ऐ सुबह आ भी जा रात को कर विदा दिलरुबा आ भी जा आ भी जा आ भी जा ऐ सुबह आ भी जा हो क्या गया है वोइलिन पकड़ के क्यों खड़ी हो सारा म्यूजिक भूल गयी जो सिखाया था मुझे निचा मत दिखाना डोंट मेक मि फूल बजाओ मेरे मेरे दिल के पागलपन की और सीमा क्या है यूँ तो तू है मेरी छाया तुझमें और तेरा क्या है मैं हूँ गगन तू है ज़मीं अधूरी सी मेरे बिना रात को कर विदा दिलरुबा आ भी जा आ भी जा आ भी जा ऐ सुबह आ भी जा आ भी जा आ भी जा ऐ सुबह आ भी जा देखूं चाहे जिसको कुछ-कुछ तुझसा दिखता क्यूं है जानूं, जानूं ना मैं तेरा मेरा रिश्ता क्यूं है कैसे कहूं कितना बेचैन है दिल मेरा तेरे बिना रात को कर विदा दिलरुबा आ भी जा आ भी जा आ भी जा ऐ सुबह आ भी जा

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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