Naksh Fariyaaadi Hai Kiski
Chitra Singh, Jagjit Singh
पूछते है वो की गालिब कौन है कोई बतलाओ की हम बतलाये क्या
नक़्श फ़रियादी है किस की शोख़ी-ए-तहरीर का
नक़्श फ़रियादी है किस की शोख़ी-ए-तहरीर का
काग़ज़ी है पैराहन हर पैकर-ए-तस्वीर का
कावे कावे-ए-सख़्त-जानी हाए-तन्हाई ना पूछ (आ आ आ आ)
आ आ आ आ, आ आ आ आ आ आ
ये न थी हमारी किस्मत के विसाल-ए-यार होता
ये न थी हमारी किस्मत के विसाल-ए-यार होता
आया करार जीते रहते यहीं इंतजार होता
ये न थी हमारी किस्मत
कहूँ किससे मै के क्या है शबे गम बुरी बला है
कहूँ किससे मै के क्या है शबे गम बुरी बला है
मुझे क्या बुरा था मरना अगर एक बार होता
मुझे क्या बुरा था मरना अगर एक बार होता
ये न थी हमारी किस्मत
कोई मेरे दिल से पूछे तेरे तीर-ए-नीमकश को
कोई मेरे दिल से पूछे तेरे तीर-ए-नीमकश को
ये खलिश कहाँ से होती जो जिगर के पार होता
ये खलिश कहाँ से होती जो जिगर के पार होता
ये न थी हमारी किस्मत के विसाल-ए-यार होता
ये न थी हमारी किस्मत
Written by: JAGJIT SINGH, MIRZA GHALIBLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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