Madinay Ko Jayen Yeh Ji Chahata Hai
Chitra Singh
मदीने को जायें ये जी चाहता है
जी चाहता है
मदीने को जायें ये जी चाहता है
जी चाहता है
मुक़द्दर बनायें ये जी चाहता है
जी चाहता है
मदीने को जायें ये जी चाहता है
जी चाहता है
मदीने के आक़ा, दो आलम के मौला
तेरे पास आयें ये जी चाहता है
मदीने के आक़ा, दो आलम के मौला
तेरे पास आयें ये जी चाहता है
तेरे पास आयें ये जी चाहता है होहो
मदीने को जायें ये जी चाहता है
जी चाहता है
जहाँ दोनों आलम हैं मह्व-ए-तमन्ना
वहाँ सर झुकायें ये जी चाहता है
जहाँ दोनों आलम हैं मह्व-ए-तमन्ना
वहाँ सर झुकायें ये जी चाहता है
वहाँ सर झुकायें ये जी चाहता है होहो
मदीने को जायें ये जी चाहता है
जी चाहता है
मुहम्मद की बातें मुहम्मद की सीरत
सुने और सुनयें ये जी चाहता है
मुहम्मद की बातें मुहम्मद की सीरत
सुने और सुनयें ये जी चाहता है
सुने और सुनयें ये जी चाहता है होहो
मदीने को जायें ये जी चाहता है
जी चाहता है
मुक़द्दर बनायें ये जी चाहता है
जी चाहता है
मदीने को जायें ये जी चाहता है
जी चाहता है
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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