Bole Re Papihara

Vani Jairam

बोले रे पपीहरा पपीहरा बोले रे पपीहरा पपीहरा नित् घन बरसे नित मन प्यासा नित मन प्यासा नित मन तरसे बोले रे पपीहरा पपीहरा बोले रे पपीहरा पपीहरा बोले रे पपीहरा पलकों पर एक बूँद सजाए बैठी हूँ सावन ले जाये जाये पी के देस में बरसे जाये पी के देस में बरसे नित मन प्यासा नित मन तरसे बोले रे पपीहरा बोले रे पपीहरा पपीहरा बोले रे पपीहरा सावन जो संदेसा लाए सावन जो संदेसा लाए मेरी आँख से मोती पाए मेरी आँख से मोती पाए जान मिले बाबुल के घर से जान मिले बाबुल के घर से नित मैं प्यासा नित मैं तरसे बोले रे पपीहरा पपीहरा बोले रे पपीहरा पपीहरा बोले रे पपीहरा

Written by: GULZAR, VASANT SHANTARAM DESAILyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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