Ratiyon Ka Pata Nahin
उषा मंगेशकर
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
रतीयो का पता नही, दिन की खबरिया
द्वारे कभी झाकू, कभी चढ़ु रे अटरिया
ओ ओ जुल्मी तूने कैसे डोरे डाले
दीवानी मुझे कहने लगे, गली मोहल्ले वाले
रतीयो का पता नही, दिन की खबरिया
सोचो मैं तो आई, बाबा रात कोई लेके
सोचो मैं तो आई, बाबा रात कोई लेके
सपनो मे कैदी हुई, रात कोई लेके
चलेगा हाथो मेरा, हाथ कोई लेके
चाँदनी एक बन, जाऊँ रे गुज़रिया
मचले जो मन मे तो बाजे रे मुरलिया
ओ ओ जुल्मी तूने कैसे डोरे डाले
दीवानी मुझे कहने लगे, गली मोहल्ले वाले
रतीयो का पता नही
मेला रंग रूप का है और मेरी दुकान है
मेला रंग रूप का है और मेरी दुकान है
दो टके मे आदमी, और टके मे ईमान हैं
आजा आजा आजा, मेरी दुनिया जवान हैं
नैना कजरारे, मतवारी हैं नज़रिया
आगे आगे मैं हूँ मेरे पीछे ये नगरिया
ओ ओ जुल्मी तूने कैसे डोरे डाले
दीवानी मुझे कहने लगे, गली मोहल्ले वाले
रतीयो का पता नही, दिन की खबरिया
द्वारे कभी झाकू, कभी चढ़ु रे अटरिया
ओ ओ जुल्मी तूने कैसे डोरे डाले
दीवानी मुझे कहने लगे, गली मोहल्ले वाले
रतीयो का पता नही, दिन की खबरिया
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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