Seekho Na

शुभा मुदगल

सीखो ना नैनो की भाषा पिया कह रही तुमसे ये खामोशियाँ सीखो ना लब तो ना खोलूँगी मैं, समझो दिल की बोली सीखो ना नैनो की भाषा पिया कह रही तुमसे ये खामोशियाँ सीखो ना लब तो ना खोलूँगी मैं, समझो दिल की बोली सीखो ना नैनो की भाषा पिया सुना सीखो तुम हवा को सननन सन सननन सन कहती क्या पढ़ना सीखो सलवटों को माथे पे ये बल खाके लिखती है क्या आहटों की है अपनी ज़ुबां इन में भी है इक दास्तां आहटों की है अपनी ज़ुबां इन में भी है इक दास्तां जाओ, जाओ, जाओ, जाओ, जाओ पिया सीखो ना नैनो की भाषा पिया कह रही तुमसे ये खामोशियाँ सीखो ना पिया लब तो ना खोलूँगी मैं, समझो दिल की बोली सीखो ना नैनो की भाषा पिया ठहरे पानी जैसा लम्हा छेड़ो ना इसे हिल जायेंगी गहराईयाँ थमकी साँसों के शहर में देखो तो ज़रा बोलती हैं क्या परछाईयाँ कहने को अब बाकी है क्या आँखों ने सब कह तो दिया कहने को अब बाकी है क्या आँखों ने सब कह तो दिया हाँ जाओ, जाओ, जाओ, जाओ, जाओ पिया सीखो ना नैनो की भाषा पिया कह रही तुमसे ये खामोशियाँ सीखो ना पिया लब तो ना खोलूँगी मैं, समझो दिल की बोली सीखो ना नैनो की भाषा पिया

Written by: JAIDEEP SAHNI, PRASOON JOSHI, SHANTANU MOITRALyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store