Sardi Ho Ya Garmi Ho
Pankaj Udhas
मैं हादसों से जाम लड़ता चला गया
हंसता हँसता पीटा पिलाता चला गया
वो रफ़्ता रफ़्ता जाम पाइलेट गये मुझे
मैं रफ़्ता रफ़्ता होश में आता चला गया
सर्दी हो या गर्मी हो
सर्दी हो या गर्मी हो
या बारिश का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
सस्ती हो या महँगी हो ज़्यादा हो या कम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर पल साथ निभाती हैं
हर दुख की ये साथी हैं
हर पल साथ निभाती हैं
हर दुख की ये साथी हैं
हर दुख की ये साथी हैं
ये जीना सिखलती हैं
मैं तो साथ रहेगी अपने
खुशिया हो या घाम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
सर्दी हो या गर्मी हो
सर्दी हो या गर्मी हो
या बारिश का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
दुनिया से घबराना क्यूँ
लोगों से शरमाना क्यूँ
दुनिया से घबराना क्यूँ
लोगों से शरमाना क्यूँ
लोगों से शरमाना क्यूँ
मैखने में ना जाना क्यूँ
खुद बी पिएँगे लाएँगे
हम जबतक दूं में है दूं
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
सर्दी हो या गर्मी हो
सर्दी हो या गर्मी हो
या बारिश का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर एक शाम अधूरी हैं
मैं से क्यूँ ये दूरी हैं
हर एक शाम अधूरी हैं
मैं से क्यूँ ये दूरी हैं
मई से क्यूँ ये दूरी हैं
कैसी ये मजबूरी है
रशीद आख़िर ना पीने की
क्यूँ खाए कसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
सर्दी हो या गर्मी हो
सर्दी हो या गर्मी हो
या बारिश का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
सस्ती हो या महँगी हो ज़्यादा हो या कम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
हर मौसम हैं पीने का मौसम
Written by: MUMTAZ RASHID, PANKAJ UDHASLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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