Yahan Wahan Jahan Wahan
Mahendra Kapoor
यहा वहा जहा तहा मत पूछो
कहा कहा है संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
जल मे भी थल मे भी
चल मे अचल मे भी अटल विटल मे भी माँ
अपनी संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
यहा वहा जहा तहा मत पूछो
कहा कहा है संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
बड़ी अनोखे चमत्कारणी
यह अपनी माई
यह अपनी माई यह अपनी माई
राई को पर्वत कर सकती पर्वत को राई
पर्वत को राई पर्वत को राई
द्वार खुला दरबार खुला है
आओ बहन भाई
इसके दर पर
कभी दया की कमी नही आई
दया की कमी नही आई
पल मे निहाल करे दुख का निकाल करे
पल मे निहाल करे दुख का निकाल करे
तुरत कमाल करे माँ
अपनी संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
यहा वहा जहा तहा मत पूछो
कहा कहा है संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ अपनी संतोषी माँ
इस अंबा मे जगदंबा
मे गज़ब की है शक्ति
गज़ब की है शक्ति गज़ब की है शक्ति
चिंता मे डूबे हुए
लोगो कर लो इसकी भक्ति
कर लो इसकी भक्ति कर लो इसकी भक्ति
अपना जीवन सौप दो इसको
पा लो रे मुक्ति
सुख सम्पति की दाता
यह माँ क्या नही कर सकती
माँ यह क्या नही कर सकती
बिगड़ी बनाने वाली दुखड़े मिटाने वाली
बिगड़ी बनाने वाली दुखड़े मिटाने वाली
कष्ट हटाने वाली माँ
अपनी संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
यहा वहा जहा तहा मत पूछो
कहा कहा है संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
गौरी सूट गणपति की बेटी
यह है बड़ी भोली
यह है बड़ी भोली यह है बड़ी भोली
देख देख कर इसका मुखड़ा हर एक दिशा डोली
हर एक दिशा डोली हर एक दिशा डोली
आओ रे भक्तो यह माता है सब की हमजोली
जो मांगो गे तुम्हे मिलेंगे भर लो रे झोली
सुनो रे भाई भर लो रे झोली
उजवल उजवल हो निर्मल निर्मल उजवल उजवल
निर्मल निर्मल सुंदर सुंदर माँ
अपनी संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
यहा वहा जहा तहा मत पूछो
कहा कहा है संतोषी माँ
अपनी संतोषी माँ
Written by: C Arjun, pradeepLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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