Parvaton He Parvaton
Mahendra Kapoor
पर्वतो हे त्राहि त्राहि बोलो
पर्वतो त्राहि त्राहि बोलो
धरातल आँखे अब खोलो
संग्राम आज दो भगवानो का है होने वाला
संग्राम आज दो भगवानो का है होने वाला
दिशाओ हे घटाओ हे समुन्दरो हे डोलो
पर्वतो हे
एक और चक्कर धरी है कृष्ण मुरारी
दूसरी और है शंकर प्रलयकारी
एक और चक्कर धरी है कृष्ण मुरारी
दूसरी और है शंकर प्रलयकारी
मुठबेड़ भयंकर होगी आज दोनों में
मुठबेड़ भयंकर होगी आज दोनों में
गंगा धार से झुंजेंगे आज गिरधारी आज गिरधारी पर्वतो हे
त्राहि त्राहि बोलो
पर्वतो त्राहि त्राहि बोलो
धरातल आँखे अब खोलो
संग्राम आज दो भगवानो का है होने वाला
संग्राम आज दो भगवानो का है होने वाला
दिशाओ हे घटाओ हे
समुन्दरो हे डोलो
पर्वतो हे
आँखों में भर कर अग्नि परकुटिया ताने
दो प्रभु चले भुकम्प धरा पर लाने
आँखों में भर कर अग्नि परकुटिया ताने
दो प्रभु चले भुकम्प धरा पर लाने
मन्दिरो आज हे डिगड अंट के चीखो
मन्दिरो आज हे डिगड अंट के चीखो
कैलाश चला है द्वारिका से टकराने आज तकरने पर्वतो हे
त्राहि त्राहि बोलो
पर्वतो त्राहि त्राहि बोलो धरातल आँखे अब खोलो
संग्राम आज दो भगवानो का है होने वाला
संग्राम आज दो भगवानो का है होने वाला
दिशाओ हे घटाओ हे समुन्दरो हे डोलो
पर्वतो हे
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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