Sau Saal Pahle Ki Baat Hai
महेंद्र कपूर
हे ऐ ऐ ऐ हे हे ऐ
सौ साल पहले की बात है
ऐ ऐ ऐ ऐ हे
सौ साल पहले की बात है
भारत के एक परिवार में
एक त्याग मूर्ति बालक का
अवतार हुआ संसार में
सौ साल पहले की बात है
त्याग मूर्ति बालक पर देखो
होनी ने अन्याय किया
मासूम अभी पालने में था
ममता का आंचल छीन लिया
सौतेली माता से उसको
माता का प्यार न मिल पाया
मालि था बगिया का फिर भी
मन का तो फूल न खिल पाया आ
हे उस कली से कोमल बालक को
पतझड़ ही मिला बहार में
एक त्याग मूर्ति बालक का
अवतार हुआ संसार में
सौ साल पहले की बात है
भोला भाला था और के दुःख से
दिल को दुखी कर लेता था
औरों की आँख के आँसू
अपने दामन में भर लेता था
थी चार दिवारी में नारी
और था अज्ञान का अंधियारा
हर तरफ थी मौत महामारी
और भूखा था भारत सारा
हे उसे मन ही मन वैराग्य हुआ
जब दुःख देखे संसार में
एक त्याग मूर्ति बालक का
अवतार हुआ संसार में
सौ साल पहले की बात है
एक रोज़ निकल जाए न कहीं
बेटा बन में बन संयासी
ये सोच पिता ने मंगनी कर दी
ढून्ढ के लड़की चन्दा सी
आज्ञा तो पिता की मानि पर
दुल्हन के घर ये खत भेजा
है राह मेरी काँटों वाली
आदर्श मेरा है जन सेवा
है मुझे प्यार ढालना हैं अपना
सारी दुनिया के प्यार में
एक त्याग मूर्ति बालक का
अवतार हुआ संसार में
सौ साल पहले बात है
Written by: ANANDJI KALYANJI, ANANDJI V SHAH, Indeewar, KALYANJI VIRJI SHAHLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now