Ya Husn Rahe Ya Ishq Rahe
Mahendra Kapoor, Laxmikant Pyarelal, Asha Bhosle
हा ओ ओ ओ
हा ओ ओ ओ
हुस्न एक उलटी राह है
हुस्न एक झूठी चाह है
हुस्न तोह एक गुनाह है
हुस्न करता कबाब है
इस हुस्न के नखरे नाजो नजाकत
इस हुस्न के नखरे नाजो नजाकत
इस हुस्न के नखरे ो नख़रे नाजो नजाकत
रोज रोज अब कोआन सही
हम आज ये किस्सा खत्म करें
हम आज ये किस्सा खत्म करें
या हुस्न रहे या इश्क़ रहे
हम आज ये किस्सा खत्म करें
खुद धोका देगा फ़रेब करें
खुद धोका देगा फ़रेब करें
खुद धोका देगा फ़रेब करें
इलज़ाम ये हुस्न पे देता रहे
हम आज ये किस्सा खत्म करें
हम आज ये किस्सा खत्म करें
या हुस्न रहे या इश्क़ रहे
हम आज ये किस्सा खत्म करें
हम आज ये किस्सा खत्म करें
एक दिन देखा हो
एक दिन देखा दर्द का मारा
दर्द का मारा दर्द का मारा
हो एक दिन देखा दर्द का मारा
इक आशिक मस्ताने
जंगल जंगल मारा मारा
फिरता था दीवाना
फिरता था दीवाना
मुझको देखा के कहने लगा
हो मुझको देखा के कहने लगा
अरे सुनले मेरा अफ़साना
हर आशिक़ के घर घर में
पैगाम मेरा पोहचना
के हुस्न को इतना लुटो मारो
के हुस्न को इतना लुटो मारो
सारी उम्र ही रोता रहे
हम आज ये किस्सा खत्म करें
हम आज ये किस्सा खत्म करें
या हुस्न रहे या इश्क़ रहे
हम आज ये किस्सा खत्म करें
हम आज ये किस्सा खत्म करें
हमारी भी सुनो
हमारी भी सुनो
लैला की जब कब्र पे चलकर
इक हसीना आयी
अरे रोले लिपट के कहने लगी
अहे रोले लिपट के कहने लगी
अहे रोले लिपट के कहने लगी
ए लैला तेरी दुहाई
कैसे बदला लूं इनसे
आहें कैसे बदला लूं इनसे
हर आशिक़ है हरजाई
तो कब्र से लैला की रूह ने
यहीं आवाज़ लगाईं
निकल पड़ो अब तां से सीना
दोनों में से एक रहे
हम आज ये किस्सा खत्म करें
हम आज ये किस्सा खत्म करें
या हुस्न रहे या इश्क़ रहे
हम आज ये किस्सा खत्म करें
हम आज ये किस्सा खत्म करें
इनका हर दौर देखा
इनका हर तौर देखा
इनका हर दौर देखा
इनका हर तौर देखा
हो सलमा या सुलेखा
है धोखा ही धोखा
इनका हर दौर देखा
इनका हर तौर देखा
यहाँ से और वहां से
पूछ लो तुम जहां से
वफ़ा के देते ख़ासे
पलट देते है पास
तरन्नुम इनके झूठे
ताबासूम इनके झूठे
तकालूम इनके झूठे
मोरसीम इनके झूठे
छलावा है छलवाह
भुलावा है भुलवाह
इनकी उल्फ़त का धागा दिखावा है दिखावा
तुम बन ठन के न निकलो
तो ये दिल न फिसले
एक बार मरमट होगी
तोह दिल न फिसले
इश्क़ हुस्न का दुश्मन है
इश्क़ हुस्न का दुश्मन है
कोई इस के भरोसे न रहे
हम आज ये किस्सा खत्म करें
हम आज ये किस्सा खत्म करें
या हुस्न रहे या इश्क़ रहे
हम आज ये किस्सा खत्म करें
हम आज ये किस्सा खत्म करें
Written by: LAXMIKANT PYARELAL, VARMA MALIKLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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