Bas Ek Sazaa Hi To Hai Zindagi

Mahendra Kapoor

बस एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी बस एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी कोई रो रो के कटे कोई हसके गुज़रे बस एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी बस एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी हो तेरे हाथो का बनाया हुआ ये जैल है तेरे अपने ही करमो का ये खेल है तेरे अपने ही करमो का ये खेल है चाहे इसको बिगड़े चाहे इसको सवरे इक सज़ा ही तो है ज़िंदगी बस इक सज़ा ही तो है ज़िंदगी बस एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी कोई रो रो के कटे कोई हसके गुज़रे बस एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी खेल बन बन के देखे बिगड़ते यहा और मिल मिल के देखे बिछड़ते यहा और मिल मिल के देखे बिछड़ते यहा काई झूठे भी जीते काई सचे भी हाए एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी बस एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी जिनको समझा था अपना दागा दे गये आग दिल मे लगाके हवा दे गये आग दिल मे लगाके हवा दे गये कोई अपने पराये थे एक दिन जो हमारे एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी कोई रो रो के कटे कोई हसके गुज़रे एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी बस एक सज़ा ही तो है ज़िंदगी

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