Dekh Ke In Besharmon Ko
महेंद्र कपूर
अरे देख के इन बेशार्मो को शर्म मुझे यूँ आई
उठा के डफली
अरे उठा के डफली गाने लगा मैं
बजा बजा के तिहाई
हे रामा रे रामा रे
कलयुग की कन्या हा हा कलयुग की कन्या
कलयुग की कन्या मिलने जज को चली
मिलने जज को चली
नौ सौ चूहे
नौ सौ चूहे ख़ाके बिल्ली हज को चली
बिल्ली हज को चली
ओ मिलने जज को चली
कलयुग की कन्या रामा कलयुग की कन्या
कलयुग की कन्या हाय हाय कलयुग की कन्या
रामा हो रामा हो लज्जा हैं ना लाज हैं
बेशर्मी ही तो काज हैं
अरे लज्जा हैं ना लाज हैं बेशर्मी ही तो काज हैं
पूंजी को ये पूजा समझे पाप का इंपे राज हैं
पाप का इंपे राज हैं
बिन खिले ही
बिन खिले ही मुरझा जाए, पूजा की कली
हो रामा पूजा की काली
हो रामा पूजा की कली
नौ सौ चूहे ख़ाके बिल्ली हज जो चली
बिल्ली हज को चली
कलयुग की कन्या रामा कलयुग की कन्या
कलयुग की कन्या हाय हाय कलयुग की कन्या
कलयुग के
कलयुग के हैं रंग अनोखे
रंग अनोखो देखो ढंग अनोखे
खुद मिया बीवी को बीवी मिया को
मिया बीवी को बीवी मिया को
नित नित देते धोखे
कलयुग के हैं रंग अनोखे
नाम से पवन काम से रावण
नाम से पवन काम से रावण
भाई को ना आए शर्म भाई को ना आए शर्म
माता भूली अपना धर्म माता भूली अपना धर्म
दौड़े पाप नगरिया
दौड़े पाप नगरिया छोड़ राम की गली
हो रामा राम की गली
हो रामा राम की गली
नौ सौ चूहे ख़ाके बिल्ली हज जो चली
बिल्ली हज को चल चली
कलयुग की कन्या मिलने जज को चली (जज को चली)
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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