Bijli Ho Ya Ghata Ho
महेंद्र कपूर
बिजली हो या घटा हो इक शोख़ दिलरूबा हो
तूफा हो के बला हो भगवान् जाने क्या हो
हो खुब मगर ऐसे जाने जिगर
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये
गुस्से के अदा मतवाली नज़र
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये हो
खूब मगर ऐसे जाने जिगर
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये
गुस्से के अदा मतवाली नज़र
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये
रुकिए तो ज़रा कहिये तो भला
रुकिए तो ज़रा कहिये तो भला
क्यों ज़ुल्म ये मुझपे क्या है खता
बेमौत ही मारा जाता हु
किस बात की दी जाती है सजा किस
बात की दी जाती है सजा
कहता है मेरा हर ज़ख्म जिगर
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये
गुस्से के अदा मतवाली नज़र
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये हो
खूब मगर ऐसे जाने जिगर
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये
गुस्से के अदा मतवाली नज़र
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये
कातिल ये अदा जिस घर जाए
कातिल ये अदा जिस घर जाए
उस घर का सफाया कर जाए
इंसान बेचारा चीज़ है क्या
शैतान भी तुमसे डर जाए
शैतान भी तुमसे डर जाए
तुमने ही मेरी तोड़ी है कमर
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये
गुस्से के अदा मतवाली नज़र
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये हो
खूब मगर ऐसे जाने जिगर
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये
गुस्से के अदा मतवाली नज़र
क्या चीज़ हो ज़ालिम क्या कहिये
Written by: O P Nayyar, S H BihariLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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