Raste Mein Tere Kab Se Hain Khade

Lata Mangeshkar, Mohammed Rafi

रस्ते में तेरे कब से हैं खड़े अजी ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे कब से हैं खड़े अजी ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे गलियों में घूमते थे हम बेक़रार से मिल जाओगे कहीं तो चलते फिरते प्यार से गलियों में घूमते थे हम बेक़रार से मिल जाओगे कहीं तो चलते फिरते प्यार से मिल ही गये हैं तो खुल के मिलो दिल तोड़ न दो मुँह मोड़ न लो प्यारे ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे कब से हैं खड़े(रस्ते में तेरे कब से हैं खड़े) अजी ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे(अजी ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे) सुलझाना छोड़ देते उल्जहे से बाल का सुन लेते आप जो अफ़्साना मेरे हाल का सुलझाना छोड़ देते उल्जहे से बाल का सुन लेते आप जो अफ़्साना मेरे हाल का हाँ हाँ सुनी नहीं फ़ुर्सत मगर ले जाये किधर हसरत की नज़र प्यारे ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे कब से हैं खड़े(रस्ते में तेरे कब से हैं खड़े) अजी ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे(अजी ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे) अब तक जो हम खड़े हैं ही चाहत आप की तकते हैं देर से दीवाने सूरत आप की अब तक जो हम खड़े हैं ही चाहत आप की तकते हैं देर से दीवाने सूरत आप की कब तक यूँ ही कोई पीछा करे अब हाथ मेरे मेरे थकने भी लगे चाहे ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे कब से हैं खड़े(रस्ते में तेरे कब से हैं खड़े) अजी ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे(अजी ले लो सलाम गरीबों का रस्ते में तेरे)

Written by: Chitragupta, Majrooh SultanpuriLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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