Pahli Baarish Pahla Pyaar
Javed Ali
पहली बारिश पहला प्यार
आ सुनी दिल की झंकार
मन चली बेबेचेनि है
तुझको जबसे देखा यार
हर घड़ी दुपहर का
तू नाज़ारा हर शहर का
तू शुकुन मुझे बेसबर का
हाँ
दिल दीवाना कहता है
तू में तू ही रहता है
कैसे तुझको पा जौनु
तेरा आशिक़ बन जाऊं मैं
यह हवा यह मौसम भी
गुनगुनाए बस तेरी
तू मेरी संग्ग आ जाए
क्या कमी फ़िर रहे जाए
हम्म सुखियाँ तेरी बातों की
है ख़ुमारी रातों की
गुन गुनाती कोयल सुन
धुन मेरे जस बातों की
तुझे घायल दिल बेचारा
हर सुबह का तू उजाला
है फ़लक का तू सितारा
हाँ
दिल दीवाना कहता है
तू में तू ही रहता है
कैसे तुझको पा जौनु
तेरा आशिक़ बन जाऊं मैं
यह हवा यह मौसम भी
गुनगुनाए बस तेरी
तू मेरी संग्ग आ जाए
क्या कमी फ़िर रहे जाए
हर ख़ुशी मैं हर ग़म मैं साथ हो
बस तेरा हो सदा तू वह आजानेजा
हर दुआ की मंज़िल तू रास्ता
तू मेरा बन गया इश्क़ का रहनुमा
ये मोहब्बत ये क़रारी
तुझसे अब दुनिया सारी
तेरे रंग मैं खिल उठी वधिया
दिल दीवाना कहता है
तू में तू ही रहता है
कैसे तुझको पा जौनु
तेरा आशिक़ बन जाऊं मैं
हाँ ये ज़मीं
थमने लगी
सागर तू प्यासा मैं हुआ
आवारगि छाने लगी
भटका हर मंज़र मिल गया
हर घड़ी हर दोपहर का
तू नज़ारा हर शहर का
तू सकू मुझ बेसब्र का
हाँ हाँ
दिल दीवाना कहता है
दिल मैं तू ही रहता है
कैसे तुझको पा जौनु
तेरा आशिक़ बन जाऊं मैं
यह हवा यह मौसम भी
गुनगुनाए बस तेरी
तू मेरी संग्ग आ जाए
क्या कमी फ़िर रहे जाए
Written by: Lyrics © RALEIGH MUSIC PUBLISHINGLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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