Neele Ambar Ke Tale
येशुदास
नीले अम्बर के तले
दो यहां साथी मिले
झलके झलके अरमान मिलाके लेकर बसाने घर चले
नीले अम्बर के तले
हर घड़ी बिन रैना
चैन अब आए ना
मन कहे मेरा साथी अब कहीं जाए ना
ये मिलन में कोई अब न शाम ढले
नीले अम्बर के तले
ज़िन्दगी में ऐसे दिन कभी आते हैं
रस्मों के बंधन में मीत बंध जाते हैं
फिर महेक उठते हैं तन के फूल खिले
नीले अम्बर के तले
दो यहां साथी मिले
झलके झलके अरमान मिलाके लेकर बसाने घर चले
नीले अम्बर के तले
Written by: SHYAMAL MITRA, YOGESHLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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