Saala Khadoos
विशाल डडलानी
हु हु हु हु हु हु हु हु
हु हु हु हु हु हु हु हु
मैं ज़रा सा सरफिरा
राहों पे निडर चला
रग रग में खोला सा
गुस्सा है मेरा
मुट्ठी में भींचा सा
मुक्का है मेरा
साला खड़ूस बोले मुझे
तो क्या हुआ वो हो
साला खड़ूस बोले मुझे
तो क्या हुआ वो हो
गुस्सा मेरा गुस्सा मुझे चलना सिखाए
फितूर ये फितूर मुझे राह दिखाए
दुनिया की रीत मुझे समझ ना आए
जाऊंगा बेखौफ़ जहाँ राहें लेके जायें
वो हो
मुझको शरम कैसी नंगा हूँ मैं
चाहे अकेला हूँ चंगा हूँ मैं
साला खड़ूस बोले मुझे
तो क्या हुआ वो हो
साला खड़ूस बोले मुझे
तो क्या हुआ वो हो
झूठ जब ये फरेब मेरे आड़े आए
ज़ुबान मेरी ज़ुबान गालियाँ ही बरसाए
सनक ये चाहे कोई समझ ना पाए
परवाह है किसे जियुं सर को उठाए
वो हो
खुद अपना ही तो तरीका हूँ मैं
आवारा बंजारा लुक्खा हूँ मैं
साला खड़ूस बोले मुझे
तो क्या हुआ वो ओ
साला खड़ूस बोले मुझे
तो क्या हुआ वो ओ
मैं ज़रा सा सरफिरा(हु हु हु हु)
राहों पे निडर चला(हु हु हु हु)
रग रग में खोला सा(हु हु हु हु)
गुस्सा है मेरा(हु हु हु हु)
मुट्ठी में भींचा सा(हु हु हु हु)
मुक्का है मेरा(हु हु हु हु)
साला खड़ूस बोले मुझे(हु हु हु हु)
तो क्या हुआ वो
साला खड़ूस बोले मुझे(हु हु हु हु)
तो क्या हुआ वो(हु हु हु हु)
Written by: SANTHOSH NARAYANAN, SWANAND KIRKIRELyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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