Dil Mera Ek Aas Ka Panchhi
सुबीर सेन
आ हा हा हा
दिल मेरा एक आस का पंछी
उड़ता है ऊँचे गगन पर
पहुंचेगा एक दिन कभी तो
चाँद की उजली जमीं पर
दिल मेरा एक आस का पंछी
उड़ता है ऊँचे गगन पर
पहुंचेगा एक दिन कभी तो
चाँद की उजली जमीं पर
दिल मेरा एक आस का पंछी
आ हा हा हा
ये दुनिया है नौजवानों की
ज़माना है नौजवानों का
हवाएं भी गुनगुनाती हैं
तराना हम नौजवानों का
ये दुनिया है नौजवानों की
ज़माना है नौजवानों का
हवाएं भी गुनगुनाती हैं
तराना हम नौजवानों का
बदलेगी एक दिन ये हस्ती
चमकेगा एक दिन मुक़द्दर
आएगा झूमता सबेरा
जीवन में रोशनी को लेकर
दिल मेरा एक आस का पंछी
उड़ता है ऊँचे गगन पर
पहुंचेगा एक दिन कभी तो
चाँद की उजली जमीं पर
दिल मेरा एक आस का पंछी
कभी मंजिल भी मिल जायेगी
अभी तो हर आस बाकी है
उम्म्मीदों पर नौबाहारे है
जहा तक ये सांस बाकी है
कभी मंजिल भी मिल जायेगी
अभी तो हर आस बाकी है
उम्मीदों पर नौबाहारे है
जहा तक ये सांस बाकी है
पूरी होगी हर तमन्ना
छुलूंगा आसमान को बढ़कर
राही तो रुका न सकेगा
दुनिया के रास्तों पे चलकर
दिल मेरा एक आस का पंछी
उड़ता है ऊँचे गगन पर
पहुंचेगा एक दिन कभी तो
चाँद की उजली जमीं पर
दिल मेरा एक आस का पंछी
Written by: Hasrat Jaipuri, Shankar-JaikishanLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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