बाबुल प्यारे सजन सखारे
सुन ओ मेरी मैय्या
बोझ नहीं मैं किसी के सर का
ना मझदार में नैय्या
पतवार बनूँगी लहरों से लडूंगी
अरे मुझे क्या बेचेगा रुपैय्या
हो अरे मुझे क्या बेचेगा रुपैया हो हो हो
कल बाबा की ऊँगली को थामी चली थी
कल बाबा की लाठी भी बन जाऊँगी
अम्मा तेरे घरौंदे की चिड़िया हूँ मैं
दाना लेकर ही वापस घर आऊँगी
जिसकी फितरत में है रत समायी नहीं
जिसको दौलत से ज़्यादा मैं भाई नहीं
ऐसे साजन की मुझको ज़रूरत नहीं
ना कहने का सुन लो मुहूरत यही
अकेली चलूँगी किस्मत से मिलूँगी
अरे मुझे क्या बेचेगा
हो अरे मुझे क्या बेचेगा रुपैया हो हो हो
दिल से दिल के तार तो जुड़े नहीं
दो रस्मों पे दौलत ये काहे बहे
हम तो प्यार की ख्वाहिश में रिश्ते बुनें
तो रिश्तों में लालच हम काहे सहे
क्या शादी के आगे ज़िन्दगी नहीं
जो शादी हिसाबों की केवल है बही
ऐसी शादी की मुझको ज़रूरत नहीं
ना कहने का सुन लो मुहूरत यही
सुबह से खिलूँगी रतिया से भरूँगी
अरे मुझे क्या बेचेगा रुपैय्या
हो अरे मुझे क्या बेचेगा रुपैया हो
बाबुल प्यारे सजन सखारे
सुन ओ मेरी मैय्या
बोझ नहीं मैं किसी के सर का
ना मझदार में नैय्या
पतवार बनूँगी लहरों से लडूंगी
अरे मुझे क्या बेचेगा रुपैय्या
हो अरे मुझे क्या बेचेगा रुपैया हो हो हो
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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