Saugandh Mujhe Iss Mitti Ki
शशि सुमन, Sukhwinder Singh
सौगंध मुझे इस मिट्टी की
मैं देश नहीं मिटने दूँगा
ये देश नहीं मिटने दूँगा
ये देश नहीं झुकने दूँगा
सौगंध मुझे इस मिट्टी की
मैं देश नहीं मिटने दूँगा
मैं देश नहीं मिटने दूँगा
मेरी धरती मुझसे पूछ रही
कब मेरा कर्ज़ चुकाओगे
मेरा अम्बर मुझे पूछ रहा
कब अपना धर्म निभाओगे
आ आ आ
मैंने वचन दिया भारत माँ को
वचन दिया भारत माँ को
तेरा शीश नहीं झुकने दूँगा
सौगंध मुझे इस मिट्टी की
मैं देश नहीं मिटने दूँगा
ये देश नहीं मिटने दूँगा
ये देश नहीं झुकने दूँगा आ आ
हो हो हो हो
आ आ आ
वो जितने अँधेरे लायेंगे
मैं उतने उजाले लाऊँगा
वो जितनी रात बढ़ाएंगे
मैं उतने सूरज उगाऊँगा
इस छल फरेब की आँधी में(इस छल फरेब की आँधी में)
छल फरेब की आँधी में(छल फरेब की आँधी में)
ये दीप नहीं बुझने दूँगा
सौगंध मुझे इस मिट्टी की
मैं देश नहीं मिटने दूँगा
ये देश नहीं मिटने दूँगा
ये देश नहीं झुकने दूँगा आ आ
सौगंध मुझे इस मिट्टी की
मैं देश नहीं मिटने दूँगा
ये देश नहीं मिटने दूँगा
ये देश नहीं झुकने दूँगा आ आ
ये देश नहीं झुकने दूँगा आ आ(वन्दे)
ये देश नहीं झुकने दूँगा आ आ(मातरम)
ये देश नहीं झुकने दूँगा आ आ
ये देश नहीं झुकने दूँगा आ आ(वन्दे)
मातरम
वन्दे मातरम
Written by: KHUSHI, PRASOON JOSHI, SHASHILyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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