ये क्या सोचना क्या
कहूँ खो दिया हैं
ये क्या सोचना क्या
कहूँ खो दिया हैं
वो क्या खो गये
इक जहाँ खो दिया हैं
ये क्या सोचना क्या
कहूँ खो दिया हैं
ये क्या सोचना क्या
कहूँ खो दिया हैं
वो जब हम कदम था
वो जब हम कदम
था तो सब हुंसफर थे
वो जब हम कदम
था तो सब हुंसफर थे
के साथी नही
करवा खो दिया हैं
ये क्या सोचनाए
क्या सोचना
ये क्या सोचना क्या
कहूँ खो दिया हैं
ये क्या सोचना क्या
कहूँ खो दिया हैं
ये क्या दोआर आया
ये क्या दोआर आया आया ये
ये क्या दोआर आया
के इंसानियत ने ए
ये क्या दोआर आया
के इंसानियत ने
मोहोब्बत का नामो
निशान खो दिया हैं
ये क्या सोचनाए क्या सोचना
ये क्या सोचना क्या
कहूँ खो दिया हैं
ये क्या सोचना क्या
च्छुपाए थे दिल में
च्छुपाए थे दिल में
कहीं राज़ दिल के
च्छुपाए थे
च्छुपाए थे दिल
में कहीं राज़ दिल के
गया दिल तो इक
राज़ दा खो दिया
ये क्या सोचना क्या
कहूँ खो दिया हैं
वो क्या खो गये
इक जहाँ खो दिया हैं
ये क्या सोचना क्या
ये क्या सोचना क्या
ये क्या सोचना क्या
कहूँ खो दिया हैं
ये क्या सोचना क्या
ये क्या सोचना क्या
कहूँ खो दिया हैं
Written by: AMEETA PARSURAM MEETA, JASPAL MONILyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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