Rishtey Naate

Rashid Khan

रिश्ते नाते संभाल नही पाते रिश्ते नाते संभाल नही पाते खोते सिक्के हैं चल नही पाते रिश्ते नाते संभाल नही पाते खोते सिक्के हैं चल नही पाते रिश्ते नाते संभाल नही पाते तेज़्ज़ लगती हैं डूप शारों को तेज़्ज़ लगती हैं डूप शारों को तेज़्ज़ लगती हैं डूप शारों को साथ मेरे वो चल नही पाते साथ मेरे वो चल नही पाते खोते सिक्के हैं चल नही पाते रिश्ते नाते संभाल नही पाते मुश्किलो का तरफ रहा हम पर मुश्किलो का तरफ रहा हम पर मुश्किलो का तरफ रहा हम पर ये ना होती तो हाल नही पाते ये ना होती तो हाल नही पाते खोते सिक्के हैं चल नही पाते रिश्ते नाते संभाल नही पाते कैसे बदलेंगे सारी दुनिया को कैसे बदलेंगे सारी दुनिया को कैसे बदलेंगे सारी दुनिया को जब की खुद को बदल नही पाते जब की खुद को बदल नही पाते खोते सिक्के हैं चल नही पाते रिश्ते नाते संभाल नही पाते कैसा कलयुग ये चल रहा हैं की कैसा कलयुग ये चल रहा हैं की कैसा कलयुग ये चल रहा हैं की लोग करनी का फल नही पाते लोग करनी का फल नही पाते खोते सिक्के हैं चल नही पाते रिश्ते नाते संभाल नही पाते

Written by: Anup Jalota, Harsh BrahmbhattLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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