Zara Zara

प्रणव चंद्रन, Sanjay S Yadav

तड़पाएँ मुझे तेरी सभी बातें एक बार ऐ दीवाने झूठा ही सही, प्यार तो कर मैं भुला नहीं हसीं मुलाकातें बैचेन कर के मुझको मुझसे यूँ ना फेर नज़र रूठेगा ना मुझसे मेरे साथिया ये वादा कर तेरे बिना मुश्किल है जीना मेरा मेरे दिलबर ज़रा ज़रा बहकता है महकता है आज तो मेरा तन-बदन मैं प्यासा हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में है मेरी कसम, तुझको सनम दूर कहीं ना जा ये दूरी कहती है पास मेरे आजा रे यूँ ही बरस-बरस काली घटा बरसे हम यार भीग जाएँ इस चाहत की बारिश में मेरी खुली-खुली लटों को सुलझाए मैं अपनी उँगलियों से मैं तो हूँ इसी ख्वाहिश में सर्दी की रातों में हम सोये रहें एक चादर में हम दोनों तन्हाँ हो ना कोई भी रहे इस घर में ज़रा ज़रा बहकता है महकता है आज तो मेरा तन-बदन मैं प्यासा हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में है मेरी कसम, तुझको सनम दूर कहीं ना जा ये दूरी कहती है पास मेरे आजा रे

Written by: SAMEER LALJI ANJAANLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store

Related songs