रंगीन हुआ है सारा ज़माना
लब पे मेरे हैं इसका तराना
जाने मुझे क्या होने लगा हैं
दिल मेरा हाय खोने लगा हैं
दिल मेरा हाय खोने लगा हैं
दिल में, दिल में
दिल में हैं मेरे तू
मुझे हैं तेरी आरज़ू
दिल में हैं मेरे तू
मुझे हैं तेरी आरज़ू
करनी थी तुमसे कुच्छ दिल की बाते
कटती नही हैं अब मेरी राते
होने लगी हैं ये कैसी हलचल
आती ख़यालो में तू मेरे हरपल
चाहत बनी हैं कोई फसाना
चाहत बनी हैं कोई फसाना
लब पे मेरे हैं उसका तराना
जाने मुझे क्या होने लगा हैं
दिल मेरा हाय खोने लगा हैं
दिल मेरा हाय खोने लगा हैं हे
दिल में, दिल में
दिल में हैं मेरे तू
मुझे हैं तेरी आरज़ू
दिल में हैं मेरे तू
मुझे हैं तेरी आरज़ू
पहले भी खुसबू थी गुलसिता में
रंगीन नज़ारे थे इस जहाँ में
थी बेख़बर मुझसे मेरी मोहब्बत
समझौं अब में चाहत की किम्म्त
यारों हुआ मैं उसका दीवाना
यारों हुआ मैं उसका दीवाना
लब पे मेरे हैं उसका तराना
जाने मुझे क्या होने लगा हैं
दिल मेरा हाय खोने लगा हैं
दिल मेरा हाय खोने लगा हैं
दिल में हैं मेरे तू
मुझे हैं तेरी आरज़ू
दिल में हैं मेरे तू
मुझे हैं तेरी आरज़ू
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now