Naghmon Ke Rang
Pankaj Udhas
नग़मों के रंग बिखरे हैं
ग़ज़लों की शाम हैं
नग़मों के रंग बिखरे हैं
ग़ज़लों की शाम हैं
लिखा हैं मैंने जो भी वो
महफ़िल के नाम हैं
नग़मों के रंग बिखरे हैं
ग़ज़लों की शाम हैं
लिखा हैं मैंने जो भी वो
महफ़िल के नाम हैं
नग़मों के रंग बिखरे हैं
ग़ज़लों की शाम हैं
रुख मोड़ दे हवा का जो
इंसान हैं वही
रुख मोड़ दे हवा का जो
इंसान हैं वही
मेरा तमाम दोस्तों को
ये पयाम हैं
लिखा हैं मैंने जो भी वह
महफ़िल के नाम हैं
नग़मों के रंग बिखरे हैं
ग़ज़लों की शाम हैं
अरमान हैं मंज़िलो से भी
आगे ग़ुज़र ने का
अरमान हैं मंज़िलो से भी
आगे ग़ुज़र ने का
मंजिल तलक पहोचना
एक बात आम हैं
लिखा हैं मैंने जो भी वह
महफ़िल के नाम हैं
नग़मों के रंग बिखरे हैं
ग़ज़लों की शाम हैं
वादे इरादे जिनके बदलते नहीं कभी
वादे इरादे जिनके बदलते नहीं कभी
हर वक़्त फिर ये वक़्त तो
उनका गुलाम हैं
लिखा हैं मैंने जो भी वह
महफ़िल के नाम हैं
नग़मों के रंग बिखरे हैं
ग़ज़लों की शाम हैं
नग़मों के रंग बिखरे हैं
ग़ज़लों की शाम हैं
लिखा हैं मैंने जो भी वह
महफ़िल के नाम हैं
नग़मों के रंग बिखरे हैं
ग़ज़लों की शाम हैं
नग़मों के रंग बिखरे हैं
ग़ज़लों की शाम हैं.
Written by: DEV KOHLI, DILIP SEN, SAMEER SENLyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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