Sote Sote Raat Soyi
Anupama, Manmohan Singh
सोते सोते रात सोई
जग गया हैं कोई
सोते सोते रात सोयी
जग गया हैं कोई
मैं अकेला इस ज़मीं पर
आसमा पर चांदनी
है खोई खोई
सोते सोते रात सोई
जग गया हैं कोई
जो ढूंढ़ने निकले थे खो गए
जो आये नींद उड़ने सो गए
जो ढूंढ़ने निकले थे खो गए
जो आये नींद उड़ने सो गए
नींद से वो जग जाये पास आये
ज़िन्दगी है खोई खोई
सोते सोते रात सोयी
जग गया हैं कोई
सोते सोते रात सोई
जग गया हैं कोई
मुझे जगाया किसने रात में
मैं आ गयी हूँ मिलने ख्वाब से
मुझे जगाया किसने रात में
मैं आ गयी हूँ मिलने ख्वाब से
दिल में आके चोर कोई चोर कोई
आ गया चोरी चोरी
सोते सोते रात सोई
जग गया हैं कोई
सोते सोते रात सोई
जग गया हैं कोई
तू मेरे पहलु में हैं जो कड़ी
टूटे न ये मोहब्बत की लड़ी
मैं तेरे पहलु में हूँ जो कड़ी
टूटे न ये मोहब्बत की लड़ी
सौ बरस की ये घडी हैं
थम गयी हैं ठण्ड कोई कोई
सोते सोते रात सोई
जग गया हैं कोई
सोते सोते रात सोई
जग गया हैं कोई
हम अकेले इस जमी पर
आस्मा पर चाँदनी हैं खोई खोई
सोते सोते रात सोई
जग गया हैं कोई
सोते सोते रात सोई
जग गया हैं कोई
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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