Zara Se Agar Bewafa Ham Na Hote
Lata Mangeshkar
ज़रा से अगर बेवफा हम ना होते
तुम्हारी कसम दिलरुबा हम ना होते
तुम्हारी कसम दिलरुबा हम ना होते
ज़रा से अगर बेवफा हम ना होते
तुम्हारी कसम दिलरुबा हम ना होते
तुम्हारी कसम दिलरुबा हम ना होते
हसीनो की फिर तो कदर कुछ ना होती
हसीनो की फिर तो कदर कुछ ना होती
किसी को हमारी खबर कुछ ना होती
के जादू भरी ये नजर कुछ ना होती
ज़रा से जो काफर अदा हम ना होते
ज़रा से जो काफर अदा हम ना होते
ज़रा से अगर बेवफा हम ना होते
तुम्हारी कसम दिलरुबा हम ना होते
तुम्हारी कसम दिलरुबा हम ना होते
सा प म प प म प ग म प ग रे नि सा ग रे म ग प म ग प
सा नि प म प प नि ध प म प ग म प ग म
आ आ आ आ
भला कौन दिल तोड़ता आशिको का
भला कौन दिल जोड़ता आशिको का
ये गम साथ ना छोड़ता आशिको का
गम-ए-इश्क की अगर दवा हम ना होते
गम-ए-इश्क की अगर दवा हम ना होते
ज़रा से अगर बेवफा हम ना होते
तुम्हारी कसम दिलरुबा हम ना होते
तुम्हारी कसम दिलरुबा हम ना होते
हमें कोई अपनी जवानी ना देता
हमें कोई अपनी जवानी ना देता
मोहब्बत मे यूँ जिंदगानी ना देता
शराब-ए-नज़र का कोई पानी ना देता
जो एक खूबसूरत बला हम ना होते
जो एक खूबसूरत बला हम ना होते
ज़रा से अगर बेवफा हम ना होते
तुम्हारी कसम दिलरुबा हम ना होते
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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