वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा
वा, वा जी वा
वा जी वा वा जी वा
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा, हा हा
धीरे धीरे प्यार की जो आग जल गयी
जितनी मस्ती दो दिलो में थी उबाल गयी
इसका मज़ा चक तो लू मैं ज़रा
फिर कहूँगा मई के दल गाल गयी
धीरे धीरे प्यार की जो आग जल गयी
जितनी मस्ती दो दिलो में थी उबाल गयी
अरे इसका मज़ा चक तो लू मैं ज़रा
फिर कहूँगा मई के दल गाल गयी
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा
वा, वा जी वा
वा जी वा वा जी वा
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा, हा हा
तुम ना थे तो यूँ थी जिंदगी यहा
बेनमक हो जैसे तीखी सब्जिया
इश्क का आचार भी ना बन सका
हुस्न जब ना लाया था यह चटनिया है
तुम ना थे तो यूँ थी जिंदगी यहा
बेनमक हो जैसे टिकी सब्जिया
इश्क का आचार भी ना बन सका
हुस्न जब ना लाया था यह चटनिया
हुस्न जब ना लाया था यह चटनिया
है है इसका मज़ा चक तो लू मैं ज़रा
इसका मज़ा चक तो लू मैं ज़रा
फिर कहूँगा मई के दल गाल गयी
रे धीरे धीरे प्यार की जो आग जल गयी
जितनी मस्ती दो दिलो मे थी उबाल गयी
इसका मज़ा चक तो लू मैं ज़रा
फिर कहूँगा मई के दल गाल गयी
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा
वा, वा जी वा
वा जी वा वा जी वा
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा, होई!
आज तक तुम इश्स लिए अकेले थे
कड़वे थे कासिले थे, करेले थे
आज इतने स्वीट ऐसे नेक हो
बर्तडे का जैसे कोई केक हो, होई
हो आज तक तुम इश्स लिए अकेले थे
कड़वे थे कासिले थे करेले थे
आज इतने स्वीट ऐसे नेक हो
बर्तडे का जैसे कोई केक हो
बर्तडे का जैसे कोई केक हो
है है इसका मज़ा चक तो लू मैं ज़रा
इसका मज़ा चक तो लू मैं ज़रा
फिर कहूँगा मई के दल गाल गयी
धीरे धीरे प्यार की जो आग जल गयी
जितनी मस्ती दो दिलो मे थी उबाल गयी
इसका मज़ा चक तो लू मैं ज़रा
फिर कहूँगा मई के दल गाल गयी
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा
वा, वा जी वा
वा जी वा वा जी वा
वा जी वा, वा जी वा
वा जी वा वा वा, हा हा
Written by: Akhtar Javed, Anu MalikLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now