Dhol Bajne Laga
Kavita Krishnamurthy, Udit Narayan
ढोल बजने लगा, गाँव सजने लगा
कोई लौट के आया है
संग अपने वो रंग कितने लाया है
ढोल बजने लगा, गाँव सजने लगा
कोई लौट के आया है
संग अपने वो रंग कितने लाया है
आया रे हमरा मितवा, हम झूम झूम गाये
नाचे रे हमरा मनवा, हम झूम झूम नाचे
आनेवाले ना अब जाना कभी छोड़ के
पड़ते हम पाइया कभी हाथ कभी जोड़ के
आनेवाले ना अब जाना कभी छोड़ के
पड़ते हम पाइया कभी हाथ कभी जोड़ के
जाने ना देंगे हम अब दिल तोड़के
अपना कुंवर आया, राजेश्वर आया
संग अपने वो रंग कितने लाया है
आया रे हमरा मितवा, हम झूम झूम गाये
नाचे रे हमरा मनवा, हम झूम झूम नाचे
ढोल बजने लगा, गाँव सजने लगा
कोई लौट के आया है
मोहब्बत से भरा एक दिल है जैसे
मेरे बचपन का साथी मेरा गाँव
बहोत मीठा है पानी इस कुवें का
बड़ी ठंडी है इन पेड़ों की छाँव
खुला संगीत है जैसे हवा में
ज़रा आवाज़ तो सुन चकियों की
रेहत गाता है भीनी भीनी लय में
सुरीली बोलियां है पंछियों की
मैं बरसों बाद लौटा हूँ
तो जाना ये गाँव गीत है सदियों पुराना
ढोल बजने लगा, गाँव सजने लगा
कोई लौट के आया है
संग अपने वो रंग कितने लाया है
आया रे हमरा मितवा, हम झूम झूम गाये
नाचे रे हमरा मनवा, हम झूम झूम नाचे
ढोल बजने लगा, गाँव सजने लगा
कोई लौट के आया है
Written by: Akhtar Javed, ANU MALIK, JAVED AKHTAR, SULAIMANLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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