Zindagi Pyar Ki Do Char Ghadi
हेमंत कुमार
ज़िंदगी प्यार की दो चार घड़ी होती है
ज़िंदगी प्यार की दो चार घड़ी होती है
चाहे थोड़ी भी हो ये उम्र बड़ी होती है
चाहे थोड़ी भी हो ये उम्र बड़ी होती है
ज़िंदगी प्यार की दो चार घड़ी होती है
ताज या तख्त या दौलत हो ज़माने भर की
ताज या तख्त या दौलत हो ज़माने भर की
कौन सी चीज़ मुहब्बत से बड़ी होती है
कौन सी चीज़ मुहब्बत से बड़ी होती है
ज़िंदगी प्यार की दो चार घड़ी होती है
चाहे थोड़ी भी हो ये उम्र बड़ी होती है
चाहे थोड़ी भी हो ये उम्र बड़ी होती है
ज़िंदगी प्यार की दो चार घड़ी होती है
दो मुहब्बत भरे दिल खाक धड़कते हो जहाँ
दो मुहब्बत भरे दिल खाक धड़कते हो जहाँ
सबसे अछी वो मुहब्बत की घड़ी होती है
सबसे अछी वो मुहब्बत की घड़ी होती है
ज़िंदगी प्यार की दो चार घड़ी होती है
चाहे थोड़ी भी हो ये उम्र बड़ी होती है
चाहे थोड़ी भी हो ये उम्र बड़ी होती है
ज़िंदगी प्यार की दो चार घड़ी होती है ज़िंदगी प्यार की दो चार घड़ी होती है
Written by: CHITALKAR RAMCHANDRA, RAJINDER KRISHANLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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