गुम सूम सी हो
खोई सी हो
यह तो कहो
यह तो कहो
मेरी हो तुम
या गैर हो
कहो यह जो
पुच्छे यह मान
क्यू है यह खामोसिया
किसलिए है यह दूरिया
प्यार में क्या उलझन
कहो में क्या
पुच्छे जो यह मॅन
गुम सूम सी हो
खोई सी हो
यह तो कहो
यह तो कहो
मेरी हो तुम
या गेर हो
कहो यह जो
पुच्छे यह मान
क्यू है यह खामोसिया
किसलिए है यह दूरिया
प्यार में क्या उलझन
कहो में क्या
पुच्छे जो यह मॅन
मुजको तुम आज इतना बताड़ो
कों सा गम हो
दिल में छुपाए
हूओ
मुजको तुम आज इतना बताड़ो
कों सा गम हो
दिल में च्छुपाए
ऐसी ज़ंज़ीर कोई नही है
जो कभी टूटने ही ना पाए
टोड्ड़ो ज़ंज़ीरे तुम
खुद लिखो तकड़ीरे तुम
तुम पे है क्या बंधन
कहो में क्या
पूछे जो यह मॅन
गुम सूम सी हो
खोई सी हो
यह तो कहो
यह तो कहो
मोडके तुम पिच्चे
क्यू देखती हो
दर्द का साया
क्यू साथ में है
मोडके तुम पिच्चे
क्यू देखती हो
दर्द का साया
क्यू साथ में है
क्यू झिझक्ति हो
इन रास्तो में
जब मेरा हाथ
इस हाथ में है
कर भी लू मुझपे यकीन
ज़िंदगी तो है हसीन
छ्चोड़ती क्यू हो यह दामन
कहो में क्या
पुच्छे जो यह मॅन
गुम सूम सी हो
खोई सी हो
यह तो कहो
यह तो कहो
मेरी हो तुम
या गैर हो
कहो यह जो
पुच्छे यह मान
क्यू है यह खामोसिया
किसलिए है यह दूरिया
प्यार में क्या उलझन
कहो में क्या
पुच्छे जो यह मॅन
Written by: JAVED AKHTAR, SHANTANU MOITRALyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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