Kahin Chand Raah Mein Kho Gaya Kahin Chandani Bhi Bhatak Gayi

चंदन दास

कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भटक गयी कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भटक गयी मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मेरी रात कैसे चमक गयी कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भटक गयी मेरी डाटन का हुरूज़ था तेरी नर्म पलकॉकी च्चाँव में मेरी डाटन का हुरूज़ था तेरी नर्म पलकॉकी च्चाँव में तेरी नर्म पलकॉकी च्चाँव में मेरे साथ था तुझे जागना तेरी आँख कैसे झपक गयी मेरे साथ था तुझे जागना तेरी आँख कैसे झपक गयी मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मेरी रात कैसे चमक गयी कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भटक गयी कभी हम मिले तो भी क्या मिले वहीं दूरिया वहीं फ़ासले कभी हम मिले तो भी क्या मिले वहीं दूरिया वहीं फ़ासले वहीं दूरिया वहीं फ़ासले ना कभी हमारे कदम बढ़े ना कभी तुम्हारी जीझक गयी ना कभी हमारे कदम बढ़े ना कभी तुम्हारी जीझक गयी मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मेरी रात कैसे चमक गयी कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भटक गयी तुझे भूल जाने की कोशिशे कभी कामियाब ना हो सकी तुझे भूल जाने की कोशिशे कभी कामियाब ना हो सकी कभी कामियाब ना हो सकी तेरी याद साखे घुलाब हैं जो हवा चली तो लचक गयी तेरी याद साखे घुलाब हैं जो हवा चली तो लचक गयी मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मेरी रात कैसे चमक गयी कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भटक गयी कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भटक गयी

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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