Dil Pe Zara Hath Rakh Lo
Laxmikant Pyarelal, Asha Bhosle
अपन के ना सोना रूप
अपन के पास ना चाँदी
फिर खुशी मे पागल
होकर मैने जंजार बाँधी
दिल पे ज़रा हाथ रख ले बाबू
फिर गंगू बाई की चाल देखो
हा दिल पे ज़रा हाथ रख ले बाबू
फिर गंगू बाई की चाल देखो
चाल देखो ढाल देखो
फिर गंगू बाई की चाल देखो
हा दिल पे ज़रा हाथ रख ले बाबू
फिर गंगू बाई की चाल देखो
पिछले बरस हुआ बरवा सहर मे
पिछले बरस हुआ बरवा सहर मे
क्या हो इस साल देख लो
दिल पे ज़रा हाथ रख ले बाबू
फिर गंगू बाई की चाल देखो
चाल देखो ढाल देखो
फिर गंगू बाई की चाल देखो
हा दिल पे ज़रा हाथ रख ले बाबू
फिर गंगू बाई की चाल देखो
और पान बिन सुपारी कथे बिन चुना
पान बिन सुपारी कथे बिन चुना
पान बिन सुपारी कथे बिन चुना
सैया बिना घर सुना
मेरा सेठ बना दूल्हा
घर सेठानी आई
मेरा सेठ बना दूल्हा
घर सेठानी आई
कभी देखी ना सुनी ऐसी सुंदर लुगाई
मत पूछो क्या सोच के मार गयी
शर्म से गंगू बाई
अबके बरस ये शादी हुई है
अबके बरस ये शादी हुई है
क्या हो अगले साल देखो
दिल पे ज़रा हाथ रख ले बाबू
फिर गंगू बाई की चाल देखो
चाल देखो ढाल देखो
फिर गंगू बाई की चाल देखो
हा दिल पे ज़रा हाथ रख ले बाबू
फिर गंगू बाई की चाल देखो
हा देल्ही का छोरा बंबई की चोरी
जुड़ गयी धागे से धोरी
देल्ही का छोरा बंबई की चोरी
देल्ही का छोरा बंबई की चोरी
जुड़ गयी धागे से धोरी
धड़का जियरा चूड़ी जो खनकी
धड़का जियरा चूड़ी जो खनकी
चूड़ी के साथ फिर झंझर चमकी
जीवन एक तमाशा लगे
दुनिया एक नौटंकी
नाचते नाचते मई आयेज निकल गयी
नाचते नाचते मई आयेज निकल गयी
रह गयी पीछे साल देखो
दिल पे ज़रा हाथ रख ले बाबू
फिर गंगू बाई की चाल देखो
चाल देखो ढाल देखो
फिर गंगू बाई की चाल देखो
पिछले बरस हुआ बरवा सहर मे
क्या हो इस साल देख लो
दिल पे ज़रा हाथ रख ले बाबू
फिर गंगू बाई की चाल देखो
चाल देखो ढाल देखो
फिर गंगू बाई की चाल देखो
Written by: ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMALyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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