Ganga Ghat Ka Pani Piya Hai

Laxmikant Pyarelal, Kishore Kumar

बोल सियावर रामचंद्र की जे पावणासूत हनुमान की जे हर हर महादेव की जे पार्वती के पति भगवती पांडेज़ी की जे गंगा घाट का पानी पिया है गंगा घाट का पानी पिया है सबको मैं पानी पीला दूँगा गंगा घाट का पानी पिया है सबको मैं पानी पीला दूँगा मुझको भला समझते हो क्या तुम्हे हरिद्वार पहुँचा दूँगा गंगा घाट का पानी पिया है अब सबको मैं पानी पीला दूँगा प्यार की बानी बोलने वाला बन जाए एक तमाशा इस दुनिया में तो चलती है बस लाठी की भाषा प्यार की बानी बोलने वाला बन जाए एक तमाशा इस दुनिया में तो चलती है बस लाठी की भाषा कौन है तोला कौन है माशा ये भेद अभी समझा दूँगा गंगा घाट का पानी पिया है अब सबको मैं पानी पीला दूँगा दो शब्दो में कह देता हूँ इस दुनिया की कहानी भोले को जाग मूर्ख समझे और चतुर को ज्ञानी दो शब्दो में कह देता हूँ इस दुनिया की कहानी भोले को जाग मूर्ख समझे और चतुर को ज्ञानी भोला हूँ मैं निर्बल नही दिन में भी तारे दिखा दूँगा गंगा घाट का पानी पिया है अब सबको मैं पानी पीला दूँगा तुमको सब कुच्छ नया मुबारक़ हमको वही पुराना देखो गोरी उमर है बाली उमारिया सोच के पावं बढ़ाना तुमको सब कुच्छ नया मुबारक़ हमको वही पुराना देखो गोरी उमर है बाली उमारिया सोच के पावं बढ़ाना वो तो मिट एक रात के मैं तो संग संग उमर बिता दूँगा गंगा घाट का पानी पिया है अब सबको मैं पानी पीला दूँगा मुझको भला समझते हो क्या तुम्हे हरिद्वार पहुँचा दूँगा गंगा घाट का पानी पिया है अब सबको मैं पानी पीला दूँगा

Written by: Laxmikant Pyarelal, Rajinder KrishnanLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store

Related songs