Raqquasa Raqs Kar

Shabbir Kumar, Laxmikant Pyarelal, Asha Bhosle

रकसा रक़्स कर रकसा रक़्स कर तेरा हुस्न मेरा इश्क दोनों है सबब पर जग उठा दर्दे दिल दर्दे जिगर रकसा रक़्स कर तेरा हुस्न मेरा इश्क दोनों है सबब पर जग उठा दर्दे दिल दर्दे जिगर रकसा रक़्स कर मै तेरे पास हूँ दुनिआ से दूर हो मै तेरे पास हूँ दुनिआ से दूर हो तेरी निगाह की मस्ती में चूर हो तेरी निगाह की मस्ती में चूर हो सारे जहाँ से मै भी हु बेख़बर मेरा हुस्न तेरा इश्क दोनों है सबब पर जग उठा दर्दे दिल दर्दे जिगर रकसा रक़्स कर मै तुझको थाम लूँ तू मुझको थाम ले मै तुझको थाम लूँ तू मुझको थाम ले डर और शर्म क्या तौबा का नाम ले डर और शर्म क्या तौबा का नाम ले जलने दे लोगो जलते है वो अगर तेरा हुस्न मेरा इश्क दोनों है सबब पर जग उठा दर्दे दिल दर्दे जिगर रकसा रक़्स कर आ चलके पास आ देखु करीब से आ चलके पास आ देखु करीब से मिलते है ऐसे लोग कितने नसीब से मिलते है ऐसे लोग कितने नसीब से नजरे तलाश में रहती है उम्र भर मेरा हुस्न तेरा इश्क दोनों है सबब पर जग उठा दर्दे दिल दर्दे जिगर रकसा रक़्स कर रकसा रक़्स कर तेरा हुस्न मेरा इश्क दोनों है सबब पर जग उठा दर्दे दिल दर्दे जिगर रकसा रक़्स कर रकसा रक़्स कर

Written by: ANAND BAKSHI, ANANDSHI BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, Laxmikant Pyarelal, PYARELAL RAMPRASAD SHARMALyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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