Woh Anjuman Mein Raat
Anup Jalota
खानजार से करो बात
खानजार से करो बात
ना तलवार से पुछो
मैं कतला हुआ कैसे
मेरे यार से पुछो
वो अंजुमन में
रात अजब शान से गए
वो अंजुमन में
रात अजब शान से गए
ईमान चीज़ क्या थी
काई जान से गए
वो अंजुमन में
रात अजब शान से गए
ईमान चीज़ क्या थी
काई जान से गए
वो अंजुमन में रातो
मैं तो गया हुआ था
मैं तो गया हुआ था
हज़ारों नक़ब में
मैं तो गया हुआ था
हज़ारों नक़ब में
लेकिन लेकिन अकेले
देख के पहचान से गए
ईमान चीज़ क्या थी
काई जान से गए
वो अंजुमन में रातो
वो शमा बन के खुद हाय
वो शमा बन के खुद हाय
अकेले जला किया
वो शमा बन के खुद हाय
अकेले जला किया
परवणे परवणे कल के
रात परेशन से गए
ईमान चीज़ क्या थी
काई जान से गए
वो अंजुमन में रातो
आया तेरा सलाम ना
आया है खत कोई
आया तेरा सलाम ना
आया है खत कोई
हम आखिरी सफर के भी
हम आखिरी सफर के भी
समान से गए
ईमान चीज़ क्या थी
काई जान से गए
वो अंजुमन में रातो
राही जिस खुदा भी
न समाझा शक कभी:
राही जिस खुदा भी
न समाझा शक कभी:
समाझा शक कभी…
राही जिस खुदा भी
न समाझा शक कभी:
राही जिस खुदा भी
न समाझा शक कभी:
बैठे बिठाये
बैठे बैठे देख लो
अब मान से गए
ईमान चीज़ क्या थी
काई जान से गए
वो अंजुमन में
रात अजब शान से गए
ईमान चीज़ क्या थी
काई जान से गए
वो अंजुमन में रातो
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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