Are Dwarpaalo Kanhaiya Se Kehdo
Anup Jalota
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है
भटकते-भटकते ना जाने कहाँ से
भटकते-भटकते ना जाने कहाँ से ए ए
तुम्हारे महल के करीब आ गया है
तुम्हारे महल के करीब आ गया है
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो ओ ओ
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है
ना सर पे है पगड़ी, ना तन पे है जामा
बता दो कन्हैया को नाम है सुदामा
बता दो कन्हैया को नाम है सुदामा
बता दो कन्हैया को नाम है सुदामा
ना सर पे है पगड़ी, ना तन पे है जामा
बता दो कन्हैया को नाम है सुदामा
बता दो कन्हैया को नाम है सुदामा
एक बार मोहन से जाकर के कह दो ओ ओ
के मिलने सखा बद नसीब आ गया है
के मिलने सखा बद नसीब आ गया है
के मिलने सखा बद नसीब आ गया है
सुनते ही दौड़े चले आये मोहन
लगाया गले से सुदामा को मोहन
लगाया गले से सुदामा को मोहन
लगाया गले से सुदामा को मोहन
सुनते ही दौड़े चले आये मोहन
लगाया गले से सुदामा को मोहन
लगाया गले से सुदामा को मोहन
हुआ रुक्मणि को बहुत ही अचम्भा
ये मेहमान कैसा अजीब आ गया है
ये मेहमान कैसा अजीब आ गया है
ये मेहमान कैसा अजीब आ गया है
भटकते-भटकते ना जाने कहाँ से
भटकते-भटकते ना जाने कहाँ से
तुम्हारे महल के करीब आ गया है
तुम्हारे महल के करीब आ गया है
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो ओ ओ
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है
के दर पे सुदामा गरीब आ गया है
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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