Chal Chalein
Tapas Relia, Papon, Shivam Pathak, Vibha Saraf
अनजान हवाओ की
घटाओ की फिज़ाओ की
ये कैसी शाम है
ग़म के ये साये जो
है छाये और लेहरायए
ये उनका क्या अंजाम है
हूँ किसने देखा है
कल तू अब संभाल और सुनले क्या कहता ये
पल
कहता है आज तू कर आरज़ू
और खुद अपनी किस्मत को
बदल
तकदीर बदल
चल चलें
चल पड़े
एक नयी कहानी
हम लिखे मिल कर
चल चलें
चल पड़े
इस रात की भी होगी एक सेह सहर
ये मन में ख्याल रेय
सवाल करता है
हो जब ये जादू और सूरज
हमारे
दिल का जो साज़ है
आवाज़ है
अंदाज़ है
हम उसको
जान ले
वो जो सुनाता है दोहराता है और
गाता है हम उसको मान ले
हूँ..दुनिया में आये है
दिल पाये है अपनी मर्ज़ी से
क्यों ना जी ले
कैसे झुक जाये हम
रुक जाये हम मंज़िल को तू
बाकि है मिले बाकि है मिले
चल चलें
चल पड़े
एक नयी कहानी
हम लिखे
मिल कर
चल चलें
चल पड़े
इस रात की भी होगी एक सेहर
आओ नए दुनिया मैं आजाओ देखो ये कितनी हसीं
यहाँ खुशियो के अंदाज़ निराले आँगन आँगन
यहाँ हसरत भी दिल खोल के देखो नाची छन छन छन
हो..साथ मिले तेरा तो चमकेगी फिर किस्मत हमारी
हाथ थामे तेरा.. तो बदलेगी फिर दुनिया सारी
अपने हाथों से क्यों न लिखे.. क्यों न लिखे..
अपने दिल का हम फ़साना..
लाख रोके ये ज़माना…
चल चलें
चल पड़े
एक नयी कहानी
हम लिखे
मिल कर
चल चलें चल पड़े
इस रात की भी होगी एक सेहर
चल चलें चल पड़े
एक नयी कहानी हम लिखे मिल कर
हर नगर हर डगर
हर रस्ते के हम है हमसफ़र
Written by: MIR ALI HUSAIN, TAPAS RELIALyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now