Sapnon Ki Suhani Duniya Ko

तालात महमूद

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ सपनों की सुहानी दुनिया को आँखों में बसाना मुश्किल है सपनों की सुहानी दुनिया को आँखों में बसाने मुश्किल है अपनों से जताना मुश्किल है गैरों से छुपाना मुश्किल है मेरा बचपन बीत चुका है मेरा बचपन बीत चुका है दिल का लडकपन बाकी है दिल का लडकपन बाकी है हाय बाकी है मैं अपने आप को समझा लूँ पर दिल को मनाना मुश्किल है सपनों की सुहानी दुनिया को आँखों में बसाना मुश्किल है एहसान तेरा कैसे भूलूँ एहसान तेरा कैसे भूलूँ तेरे गम के सहारे ज़िंदा हूँ तेरे गम के सहारे ज़िंदा हूँ हाय ज़िंदा हूँ वरना इन जाती साँसों का फिर लौट के आना मुश्किल है सपनों की सुहानी दुनिया को आँखों में बसाना मुश्किल है राह किसी की हुई न रोशन राह किसी की हुई न रोशन मेरा जलना यूं ही गया मेरा जलना यूं ही गया हाय यूं ही गया हम आग लगा बैठे हैं मगर ये आग बुझाना मुश्किल है सपनों की सुहानी दुनिया को आँखों में बसाना मुश्किल है अपनों से जताना मुश्किल है गैरों से छुपाना मुश्किल है

Written by: SHAILENDRA, Shankar-JaikishanLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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