Paise Ka Nasha

Sunidhi Chauhan

हसिन सपना दीवानों का मैं दीवानापन ये छायेगा रेत के जैसे फ़िसलती हु मैं देखता तू रह जायेगा इसके नशे से कोई ना बच पाया किसी को बनाया किसी को गिराया इसके बिना रोमांस नहीं वोऊ वोऊ ओह ओह ऐसा है पैसे का नशा वोऊ वोऊ ओह ओह ऐसा है पैसे का नशा वोऊ वोऊ ओह ओह ऐसा है पैसे का नशा वोऊ वोऊ ओह ओह ऐसा है पैसे का नशा औ औ औ औ औ औ औ औ रे कौन हू मैं सबको पता है मंज़िल का मेरी मुझको पता है संग जो आएगा वो तैर जायेगा मेरे नशे में वो ढल जायेगा रुकेगा जो भी वो रह जायेगा इस दुनिया से चिल्लर ही पायेगा नोटों के खेल में असली मजा है जीना है अगर तो यही नशा है वोऊ वोऊ ओह ओह ऐसा है पैसे का नशा वोऊ वोऊ ओह ओह ऐसा है पैसे का नशा वोऊ वोऊ ओह ओह ऐसा है पैसे का नशा वोऊ वोऊ ओह ओह ऐसा है पैसे का नशा

Written by: Lyrics © RALEIGH MUSIC PUBLISHINGLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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