दिल दर-बदर है
आशियाँ ढूंढता है
तेरी आँखों में ये
ख्वबगाह ढूँढता है
बेपनाह है ज़रा मेहरबान
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
बस इश्क़ ही माँगा है
अम्बर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
मेरे सीने पे रख हाथ अपना ज़रा
गौर से सुन मेरी धड़कने कह रही
मेरे सीने पे रख हाथ अपना ज़रा
गौर से सुन मेरी धड़कने कह रही
सुन ले दिल की ज़ुबान मेहरबान
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
बस इश्क़ ही माँगा है
अम्बर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
आँखों की आरज़ू है तुम रहो सामने
एक लम्हा कभी दूर जाना नही
आँखों की आरज़ू है तुम रहो सामने
एक लम्हा कभी दूर जाना नही
करदे एहसान ज़रा मेहरबान
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
बस इश्क़ ही माँगा है
अम्बर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
क़तरा ही तो माँगा है
समंदर तो नही माँगा
Written by: Sanjeev ChaturvediLyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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