Zara Zara

सोम्या राव

ज़रा ज़रा बहकता है महकता है आज तो मेरा तन बदन मैं प्यासी हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में ज़रा ज़रा बहकता है, महकता है आज तो मेरा तनबदन मैं प्यासी हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में अपनी बाहों में है मेरी कसम, तुझको सनम दूर कहीं ना जा ये दूरी कहती है पास मेरे आजा रे यूँ ही बरस बरस काली घटा बरसे हम यार भीग जाएँ इस चाहत की बारिश में मेरी खुली खुली लटों को सुलझाए तू अपनी उँगलियों से मैं तो हूँ इसी ख्वाहिश में सर्दी की रातों में हम सोये रहें एक चादर में हम दोनों तन्हाँ हो ना कोई भी रहे इस घर में ज़रा ज़रा बहकता है, महकता है आज तो मेरा तनबदन मैं प्यासी हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में है मेरी कसम, तुझको सनम दूर कहीं ना जा ये दूरी कहती है पास मेरे आजा रे आजा रे आ रे

Written by: J Jayaraj Harris, Jackie Vanjari (Remixed), SameerLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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