Kaisi Baatein Karte Ho
Sonu Nigam
कैसी बातें करते हो
कैसी बातें करते हो
जो बताना वो छुपाते हो
हो यहीं लेकिन भूल जाते हो
यूँ दिखाते हो गम नही कोई
हंसते हंसते फिर आँख भरते हो
हद करते हो
कैसी बातें करते हो
कैसी बातें करते हो
रात ने तुमको ज़ख़्म दिए थे
चाँद से अब भी डरते हो
गुज़रे दिनो में उलझे हुए हो
रोज़ ज़रा सा मरते हो
जो बताना है वो छुपाते हो
जो बताना है वो छुपाते हो
यूँ दिखाते हो गम नही कोई
हंसते हंसते फिर आँख भरते हो
हद करते हो
कैसी बातें करते हो
सबसे सच्चा एक ही सच है
इसपे यकीन कर लो तुम
फ़र्क ये करता कोई नही है
कौन हूँ मैं और कौन हो तुम
क्यूँ ज़माने के गम उठाते हो
आज को अपने क्यूँ गँवाते हो
इश्क़ को यारो एक मौका दो
क्यूँ भला उससे यूँ लड़ते हो
हद करते हो
कैसी बातें करते हो
कैसी बातें करते हो
जो बताना वो छुपाते हो
हो यहीं लेकिन भूल जाते हो
यूँ दिखाते हो गम नही कोई
हंसते हंसते फिर आँख भरते हो
हद, हद करते हो
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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