Titli Udi Ud Jo Chali
शारदा
तितली उड़ी उड़ जो चली
फूल ने कहा आजा मेरे पास
तितली कहे मैं चली आकाश
तितली उड़ी उड़ जो चली
फूल ने कहा आजा मेरे पास
तितली कहे मैं चली आकाश
खिले हैं गगन में तारों के जो फूल
वहीं मेरी मंज़िल कैसे जाऊँ भूल
जहाँ नहीं बंधन ना कोई दीवार
जाना है वहाँ मुझे बादलों के पार
तितली उड़ी उड़ जो चली
फूल ने कहा आजा मेरे पास
तितली कहे मैं चली आकाश
फूल ने कहा तेरा जाना है बेकार
कौन है वहाँ जो करे तेरा इंतज़ार
बोली तितली दोनों पंख पसार
वहाँ पे मिलेगा मेरा राजकुमार
तितली उड़ी उड़ जो चली
फूल ने कहा आजा मेरे पास
तितली कहे मैं चली आकाश
तितली ने पूरी जब कर ली उड़ान
नई दुनिया में हुई नई पहचान
मिला उसे सपनों का राजकुमार
तितली को मिल गया मनचाहा प्यार
तितली उड़ी उड़ जो चली
फूल ने कहा आजा मेरे पास
तितली कहे मैं चली आकाश
तितली उड़ी उड़ जो चली
फूल ने कहा आजा मेरे पास
तितली कहे मैं चली आकाश
Written by: SHAILENDRA, Shankar-JaikishanLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now